रविवार, 28 अक्तूबर 2012

चाँद मुबारक... ब्लॉग 4 वार्ता... संध्या शर्मा

संध्या शर्मा का नमस्कार...  वार्ता परिवार की ओर से आप सभी को ईद की हार्दिक-हार्दिक शुभकामनायें ...... नवरात्री और दशहरे की धूमधाम के बाद आप सभी का ब्लॉग 4 वार्ता पर बहुत-बहुत स्वागत है। आज रविवार है, मतलब अवकाश का दिन और हम सबको नई - नई ब्लॉग पोस्ट पढ़ने से ज्यादा आनंद  और कहीं नहीं मिल सकता। ये तो हमारी दिनचर्या में शामिल हो चुके हैं,  कुछ अतिरिक्त समय और मिल जाये तो फिर क्या कहने। काफी दिन हो गए आप सब से कुछ कहे, थोडा सा बोलना तो बनता है न, अच्छा ठीक है हम आगे कुछ नहीं कहते हुए सीधे चलते हैं आज की वार्ता पर। लीजिये प्रस्तुत है आज की वार्ता बहुरंगी लिंक्स के साथ ....


http://www.nicekarachi.com/eid-mubarak-card/newcards/eid1.jpg

शुभकामनाएं ईद के शुभावसर पर  ईद के शुभ अवसर पर आप सब को हार्दिक शुभ कामनाएं | एक डाल के दो पत्ते फिर भी रहे न कभी जुदा सभी त्यौहार मिल कर मनाते हिलमिल कर मिठाई खाते | प्यार अनवरत बढता जाता खुशियाँ हर त्यौहार लाता...कैसे मिलते राम मारा-मारा फिरता है, प्राणी चारों धाम, मन के भीतर खोजा ना, कैसे मिलते राम, जीवन कैसा जीता है, प्राणी हो गुमनाम, एक दूजे के हिस्से हैं, श्री राधे-घनश्याम, किस्मत अपनी रूठे तो, बनता बिगड़े काम, होनी-अनहोनी सब, भगवन तेरे नाम, श्री राधा के चरणों में, नतमस्तक प्रणाम।। ..वे क्या मल्टीप्लाइड बाई टू थे क्या मानव द्वारा ईश्वर पूजा, ध्यान, योग, या कहें आज की तारीख में धर्मग्रंथों में लिखे उपदेश निहायत ही आज के जीवन में अनुपयोगी हैं? विजयादशमी के दिन चर्चा चल रही थी; क्या सचमुच रावण के दस शीश थे? और हाथ कान आँख याने मानव के कंधे से जुड़े व कंधे के ऊपर के अंग जो 2-2 होते हैं, वे क्या मल्टीप्लाइड बाई टू थे?......

आकाश से टकराती खिलखिलाहटें - मासूम खिलखिलाहटों के एक रेले ने जिस मजबूती से मुझे अचानक आ पकड़ा था कि व्यक्तित्व में समाई शाश्वत उदासियां भी भाग खड़ी हुईं. कैसा अजूबा था. उन चेहरों से,... मेरे पैर नही भीगे ……………देखो तो !!! - मेरे पैर नही भीगे देखो तो उतरे थे हम दोनों ही पानी के अथाह सागर में सुनो………जानते हो ऐसा क्यों हुआ? नहीं ना …………नहीं जान सकते तुम क्योंकि तुम्हें मिला ....तुम शायद ही समझो - आँखों की लाली कितने समंदर समेटे होती है .. कितने तूफ़ान छुपाये होती है... अपने भीतर . यादों की धूल से धूसरित मन ही यह जान सकता है समझ सकता है गला भर आता ... 

पुतले और वास्तविकता - यह संसार एक मेला है , यहाँ जो भी आता है अपना समय बिता कर चला जाता है आने - जाने का यह क्रम आदि काल से चला आ रहा है . पूरी कायनात को जब हम देखते हैं तो यह..मुखौटों की बस्ती.... ]इतनी बडी बस्ती में मुझे एक भी इंसान नहीं दिखता चेहरे ही चेहरे हैं बस किस चेहर...मंज़र - तेरे दामन की जो ये दिलकश ख़ुश्बू है कितने ही फूलों की शहादत की दास्ताँ है... उनके ज़ुल्मों से पामाल हो गए हम से कितने कैसे कह दूं जो उनका है वही मेरा पास..

कोई भी इंसा मुझे बुरा नहीं लगता. - दिल की उलझन ने जन्म दिया कुछ अटपटे और बेतरतीब ख्यालों को....उन ख्यालों को करीने से रखा तो लगा कुछ गज़ल सी बनी......काफिया रदीफ कहाँ है पता नहीं ....अब वहाँ मैं भी हूँ .... - यहाँ ..एक पल में ख्याब सजतें है अगले ही पल टूट जाते है तो मुझे क्या लुत्फ़ देंगी , इस ज़माने की कोई भी खुशी बड़ी ही कशमकश में हूँ कि क्यों मुझे से वो ही ...... यों रूठा ना करो - शिकवे कबूल लूंगा, तू मुझको बता तो दे, या कह दे सारी बात, जो उसका पता तो दे. गुल से पूछा, गुलशन से पूछा, भंवरों ने भी कह दिया- उनको नहीं पता।..

  लक्ष्मण मंदिर सिरपुर ...... - संग्रहालय की कुछ मूर्तियाँ और लक्ष्मण मंदिरधसकुड़ से लौटते हुए रास्ते में मख्मल्ला और खरखरा नामक दो नाले मिले, बरसाती खेती में नालों का भी सिंचाई के लिए ... पत्थर के पेड़ .... - * **दरख़्त की * *सूखती डाल,* *कह रही है .....* *पगली मत बना नीड़* *मेरी छाँव में * *कल आएगा लक्कड़हारा * *कर कुल्हाड़े का प्रहार * *काट ले जायेगा ,* *साथ... रूपकुण्ड- एक रहस्यमयी कुण्ड - इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें। भगुवाबासा समुद्र तल से लगभग 4250 मीटर की ऊंचाई पर है जबकि इससे चार किलोमीटर आगे रूपकुण्ड 4800 म... 

कार्टून:-हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए 

 

  

आज के लिये बस इतना ही नमस्कार ...........

8 टिप्पणियाँ:

विविध लिंक्स से सजाई है आज की ब्लॉग ४ ब्वार्ता |
आपको भी ईद के अवसर पर शुभ कामनाएं |मेरी रचना के लिए आभार |
आशा

सुन्दर और संक्षिप्त वार्ता..

बहुत सुंदर ..
अच्‍छे लिंको से सुसज्जित वार्ता !!

मैं पहली बार इस ब्लौग पर आया हूं... अच्छा लगा... सुंदर लिंक

बहुत प्यारी वार्ता...बहुत अच्छे लिंक्स....

हमारी रचना को स्थान देने का शुक्रिया संध्या जी...
सस्नेह
अनु

सभी लिंक्स बहुत अच्छे है..
:-)

अच्छे लिंक्स ..सुन्दर वार्ता.

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